रेशम कीट पालन क्यों जरूरी है ?……

रेशन कीट पालन क्यों जरूरी है। तो हम बताना चाहेंगे कि रेशम कीट पालन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आज हम जो कपड़ा पहन रहे हैं। रेशम कीट के जरिए धागा करण से रेशम कीट से धागा निकाल कर उससे कपड़ा बनाया जाता है और इस कपड़े को कलर डिजाइन किया जाता है । उसके बाद हमारे तक कपड़ा बनकर पहुंचता है । अगर आज रेशम कीट पालन नहीं होता तो हम डिजाइन डिजाइन कपड़े भी नहीं पहन पाते इस खेती को करने के लिए लोगों को एक लंबा चौड़ा खेतों की जरूर हो

सकती है और इस खेती से लोग अच्छा पैसा कमा सकते हैं जो कि छोटे किसान के लिए एक अच्छा रोजगार हो सकता है इस खेती को करने के लिए किसान छोटे से खेतों पर भी अपना रेशम कीट पालन का उद्योग शुरू कर सकते हैं

और अपने रोजगार को बढ़ावा दे सकते हैं रेशम कीट पालन दिनों दिन इसकी मांग बढ़ती जा रही है और इसके महंगाई भी बढ़ती जा रही है इस रेशम के उत्पादन में दो प्रकार के कीड़ा आते हैं जो कि पहले रेशम कीट के नाम से जाना जाता है और दूसरा के तसर कीट पालन के रूप से जाना जाता है इस दोनों में कीट पालन करने की विधि काफी अलग है तसर के कीड़े को डायरेक्ट पेड़ के द्वारा पाला जा सकता है जिसमें कि इसमें कम मेहनत लगता है और रेशम के कीड़े में इसके लिए घर या रूम का होना आवश्यक हैं तभी हम रेशम की कीड़ा पाल सकते हैं।

रेशम कीट पालन क्यों जरूरी है ?......
रेशम कीट पालन क्यों जरूरी है ?……

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रेशम कीट पालन से पैसा कितना कमाई जा सकता है।…

रेशम कीट पालन से पैसा इतनी कमाई जा सकती हैं की इसके सामने सरकारी नौकरी को भी पीछे छोड़ सकती है पैसे के मामले में केवल इस कृषि में आप सभी को मेहनत और लगन से काम करनी होगी और उसका फल आपको फसल तैयार होने के बाद परिणाम मिल जायेगा इस कृषि को करने के लिए आप सभी के पास काम पैसे हैं तब भी आसानी से सुरू कर सकते हैं अगर आपका कीट पालन अच्छा हुआ तो इस कृषि को करने के लिए सरकार द्वारा किसानों को उनकी मेहनत और लगन को देख कर कुछ इनाम भी दिया जाता हैं।और सरकार द्वारा इस कृषि को प्रोत्साही किया जाता हैं। https://www.xn--i1bj3fqcyde.xn--11b7cb3a6a.xn--h2brj9c/topics/agriculture/sericulture

इस कृषि में आप जितना ज्यादा रेशम या तसर कीट पालन करेंगे उतना ही अधिक आप सभी को पैसे मिलेंगे । क्योंकि इस तरह की कृषि की अधिक मांग हो रही हैं । और आगे जिस तरह से जनसंख्या बड़ रही हैं उसी तरह से कपड़ो की भी मांग बड़ रही हैं।और हमे कपड़ा रेशम कीट पालन से ही प्राप्त हो सकता हैं। अगर हम रेशम उत्पादन नही करेंगे हो कपड़ो की मूल्य और अधिक बड़ जायेगा ।झारखंड में लगभग 80% रेशम उत्पादन किया जाता हैं और भारत एक बड़ा देश रेशम उत्पादन के मामले में आता हैं । जो की पूरे विश्व में रेशम व्यापार करते हैं।

तसर कीटपालन क्यों?

कम लागत में अधिक लाभ खाद्य पौधों की प्रचुर उपलब्धता वातावरण सहयोगी व्यवसाय उत्पाद के विक्री की सुविधा पारंपरिक ग्रामीण रोजगार

तसर रेशम कीट बहुमूल्य है यह बेरोजगारी दूर करने का एक प्रमुख साधन है। युवायों में भटकाव कम होगा

| पलायन रुकेगा

अतसर रेशम वस्त्र मानव की एक प्रमुख मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति में सहायक है.

यह उद्योग लाखों लोगों के जीवन में खुशहाली ला रहा है.

यह उद्योग आम आदमी के जीवन में बेहतरी लाने के लिए उपयुक्त है अलगभग 25 से 60 हजार की वार्षिक आय होती है.

इस उद्योग से समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े जनजाति समुदाय एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं ।gaon ka sansktriti kya hain?

रेशम उत्पादन उद्योग शुरू करने का पूरी जानकारी ..

रेशम उत्पादन उद्योग शुरू करने के लिए आप सभी को सबसे पहले कीड़ा का चयन करना होगा की आप किस प्रकार की कीड़ा की कृषि करने की क्षमता हैं । रेशम कीड़ा दो प्रकार की होती हैं एक सहतूत का कीड़ा की खेती की जाती हैं जिसे

मलवरी कीड़ा के नाम से भी जाना जाता हैं और और इस कीड़ा को पालने के लिए आप सभी को पहले सहतुत का एक अच्छा सा बगान तैयार करना होगा उसके बाद आप इस कीड़ा को पाल सकते हैं।इस कीड़ा को पालने के लिए आप सभी को ट्रे की भी जरूरत हो सकती हैं जिसमे आप कीड़ा रख कर उसको शहतूत का पत्ता खिला सकते हैं ।इस रेशम कीट को पालने के लिए आप सभी को ज्यादा लग्न और मेहनत की जरूरत हो सकती है।

चलिए जानते हैं तसर कीट के पालन के बारे में और कैसे किया जाता हैं इसका खेती सहतूत के मुकाबले इस कीड़ा को पालना काफी आसान हैं केवल आप सभी को इस कीड़ा को पालने के लिए सबसे पहले आपको अर्जुन और आसान का वृक्ष तैयार करना होगा और इस कीड़ा को आप डायरेक्ट पेड़ पर चढ़ा कर छोड़ दे सकते हैं केवल आप सभी को पक्षी और कीड़ा को नुकसान पहुंचाने वाले जीव जंतु को ध्यान देना होगा आज के दिन में इस कोकून का एक पिस का मूल्य करीब एक अंडा के बराबर दाम चल रहा हैं

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