पुलिस अधिकारी नहि की थी ढिबरा हमलावरों की हत्या।

पुलिस अधिकारी नही की थी ढीबरा कारोबारी की हत्या।1 कोडरमा मैं ढीबरा कारोबारी अर्जुन साव हत्याकांड में cid ne आरंभिक अनुसंधान पूरा कर लिया है।अनुसंधान में cid ko इस बात के तथ्य मिले है कि डोमचांचथाना में पदस्थापित पुलिश अधिकारियों ने मार पीट कर उनकी हत्या नही की है उनकी मौत हृदयगति रुकने की वजह से हुई ठिउंके शरीर में कोई आंतरिक या बाहरी जख्म के निसान नही मिले थे हत्याकांड में संलिप्तता के संबंध में साछ्य नही मिलने की वजह से जिन पुलिस अफसरों के खिलाप डोमचांच थाना में केश दर्ज किया गया था उन्हें निलंबन मुक्तकरडिया गया है।मालूम हो की मामले में मृत कारोबारीअर्जुन साव के पुत्र वीरेंद्र कुमार सावने डोमचांच थाना में डोमचांच थाना के निलंबित थाना प्रभारी शशिकांत कुमार si Navin horo सतीश पांडे और विकास कुमार पासवान के खिलाप हत्या का मामला दर्ज करते हुवेकरवाई की मांग की थी शिकायत में उन्होंने इसी बात का उलेख किया था की उनके पिता अर्जुन साव 13 अप्रैल 2023 की रात्रि तीन बजे अपने मोटरसाइकिल से सफी स्थित घर से निकले थे जब उनके पिता नीरु पहाड़ी के समीप पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उनके पिता के साथ मारपीट की और उन्हें पुलिस वाहन में उठाकर ले गए नीरू पहाड़ी के समीप उनके पिता के साथ मारपीट के घटना को संतोष यादव कुमार सुनील यादव तुलसी यादव बिपिन राय प्रदीप यादव विरोध भी किया लेकिन पुलिस वाले नही माने और उनके पिता को लोहे के रॉड और बंदूक के कुंदे से मर कर हत्या करने के बाद साव को जंगल में फेंक दिया बाद में सच्च्य छिपाने की नियत से उनके साव पर पेट्रोल छिड़क कर जलाने का प्रयास भी किया गया घटना के बाद संबंधित पुलिस अफसरों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए केस को आगे अनुसंधान के लिए cid ko transfer kar Diya गाय थी इसके बाद सीआईडी ने मामले में अनुसंधान शुरू किया था सीआईडी ने अनुसंधान के दौरांघटना स्थल का निरिच्छंकर गवाही का बयान लेने के साथ ही घटना के संबंध में कई तथा येक्त्रित किए थे लेकिन पोस्टमार्टम रिर्पोट से लेकर अन्य तथ्य से भी हत्या की पुष्टि नहीं हुई उसके बाद केस को बंद किया गया । इसके बारे में लेकिन पुलिस और सीआईडी को और केस की जांच करना चाहिए था । आरोपी को ढूंढ के उसे कड़ी से कड़ी sja देना चाहिए था केस को पूरी तरह से अच्छी से जांच करना चाहिए था उसके बाद केस को बंद करना चाहिए था

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