Teej haritalika me kisake puja hoti hai aur kiyu mnaya jata hai?

Teej haritalika me kisake puja hoti hai aur kiyu mnaya jata hai?हरतालिका तीज 2023 हरतालिका तीज व्रत 18 सितंबर 2023,सोमवार के दिन रखा जाएगा।ह तीज पूजा मुहूर्त 2023

हरतालिका तीज पूजा मुहूर्त 2023

हरतालिका तीज की पूजा के लिए इस दिन 3 शुभ मुहूर्त हैं। पहला मुहूर्त 06 बजकर 07 मिनट से 08 बजकर 34 मिनट तक है। उसके बाद दूसरा मुहूर्त सुबह 09 बजकर 11 मिनट से सुबह 10 बजकर 43 मिनट तक है। इसके बाद तीसरा मुहूर्त दोपहर 03 बजकर 19 मिनट से शाम 07 बजकर 51 मिनट तक है। इन तीनों मुहूर्त में आप कभी भी पूजा कर सकती हैं।

हरतालिका तीज की पूजा विधि

इस पूजा में शिव के पूरे परिवार की पूजा करना शुभ माना जाता है। माता पार्वती, शिव, गणेश और कार्तिकेय इन सबकी पूजा की जाती है ताकि सुखमय दांपत्य जीवन की प्राप्ति हो। भगव शिव को धोती और अंगोछा चढ़ाया जाता है, वहीं माता पार्वती को सुहाग का सामान चढ़ाया जाता है। सामग्री चढ़ाने से पहले 10 अपनी सास का चरण स्पर्श किया जाता है। विधि विधान से फूल, अक्षत, नेवेद्य, पान, कसैली, चन्दन आदि से पूजा के पश्चान व्रत कथा जरुर सुनें। रात्रि में जागरण करना शुभ होता है। सुबह में स्नान ध्यान करके आरती की जाती है, माता पार्वती को हलhare या मिष्टान का भोग लगा कर व्रत तोड़ कर पारण किया जाता है।याद रखें, हरितालिका पूजन प्रदोष काल में करना श्रेयस्कर

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हरियाली तीज के व्रत के नियम क्या हैं?

हरियाली तीज का व्रत करते समय आप किसीपर भी क्रोध न करें | सेवन न करें | व्रत वाले दिन आप दिन में न सोये साथ ही शिव और पार्वती माता का जाप जरूर करेंइस दौरान दूसरों के प्रति मन में नकारात्मक विचार न लाएं |व्रत के दौरान किसी का भी अपमान न करें | मान्यताओं के अनुसार इस व्रत में आप दूध का सेवन न करें | व्रत वाले दिन आप दिन में न सोये साथ ही शिव और पार्वती माता का जाप जरूर करें

कैसे पड़ा हरतालिका तीज व्रत का नाम

पौराणिक कथा के अनुसार देवी पार्वती मन ही मन शिव जी को अपना पति मान चुकी थी लेकिन उनके पिता जी ने उनका विवाह विष्णु जी से तय कर दिया था. ऐसे में पार्वती जी की सहेलियां उनका अपहरण कर जंगल में ले गईं, जहां माता पार्वती ने शिव को पाने के लिए कठोर तप किया, भूखे प्यासे रहकर साध । करती रही. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन देवी पार्वती ने मिट्टी के शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा की. शिव जी माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न हुए और उन्हें पत्नी स्वीकार कर लिया. माता पार्वती की सहेलियां उनक हरण कर जंगल में लाईं थी इसलिए इस व्रत को हरतालिका तीज के नाम से जाना

मां पार्वती ने सर्वप्रथम रखा था हरतालिका तीज का व्रतTeej haritalika me kisake puja hoti hai aur kiyu mnaya jata hai?

Teej haritalika me kisake puja hoti hai aur kiyu mnaya jata hai?

हरतालिका तीज व्रत का संबंध भगवान शिव और पार्वती जी से है. इस दिन रात भर जागरण कर गौरीशंकर की पूजा का विधान है. हरतालिका तीज का व्रत सर्वप्रथम मां पार्वती ने शिव को पति के रूप में पाने के लिए किया था. इस दिन सुहागन महिलाएं हरतालिका तीज पर अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं.सनातन धर्म में भाद्र मास शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि के दिन देश भर में हरतालिका तीज (Hartalika teej) का पर्व मनाया जाता है. इस दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत करती हैं और भगवान शिव (Lord Shiva) और मां पार्वती (Mata Parvati) की विधिवत पूजा करती हैं. इस साल 18 सितंबर को हरतालिका तीज को पर्व मनाया जाएगा. कहा जाता है कि इस व्रत को अविवाहित कन्याएं भी व्रत करती हैंयह एक भारत का एक त्योहार है जो स्त्री के द्वारा अपने पति की सुख सांति के लिए मनाया जाता है और इस दिन को कुंवारी लड़की भी अच्छे वर के लिए व्रत रखा करती है था दिन स्त्रियों के लिए बड़ा ही khusi का दिन होता है जो की स्त्री अपने को सिंगार पतार करके माता पार्वती की पूजा करते है साथ में siv ji की भी पूजा होती है था यह प्रथा आदि काल से ही चला आ रहा है स्त्रियां अपने पति के लिए व्रत रखा करती है।

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